भगवान शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है?
भस्म, जिसे विभूति या राख भी कहा जाता है, शिवभक्तों के लिए आस्था और साधना का गहरा प्रतीक है। शिव जी को भस्म चढ़ाने की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है। यह केवल एक धार्मिक रिवाज नहीं, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद गहरा और रहस्यमयी महत्व रखता है।
भस्म का पौराणिक महत्व
1. मृत्यु और विनाश का प्रतीक:
शिव को संहार के देवता कहा गया है। भस्म मृत्यु के बाद शरीर का अंतिम रूप होती है। शिव को भस्म चढ़ाना हमें याद दिलाता है कि यह शरीर नश्वर है, और जीवन का अंतिम सत्य “मृत्यु” ही है। यह हमें अहंकार से दूर रहने और विनम्र बनने की प्रेरणा देता है।
2. अग्नि का शुद्ध तत्व:
भस्म को अग्नि द्वारा शुद्ध किया गया तत्व माना जाता है। अग्नि सभी अपवित्रताओं को जला देती है और उसे राख में परिवर्तित कर देती है। शिव जी को भस्म चढ़ाना यानी उन्हें शुद्धता, वैराग्य और तपस्या का प्रतीक समर्पित करना।
3. राक्षस त्रिपुरासुर का संहार:
एक मान्यता के अनुसार, जब भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया, तो उसके भस्म से शिवजी ने अपना शरीर लिप्त किया। तभी से यह परंपरा आरंभ हुई।
4. श्मशानवास:
शिवजी को “श्मशानवासी” भी कहा जाता है क्योंकि वे जीवन और मृत्यु दोनों के स्वामी हैं। श्मशान की भस्म शिव की भक्ति और वैराग्य का प्रतीक मानी जाती है।
भस्म चढ़ाने के पीछे आध्यात्मिक संदेश
- वैराग्य की शिक्षा:
भस्म यह दर्शाता है कि जीवन क्षणिक है। यह हमें संसारिक मोह-माया से दूर रहने की प्रेरणा देता है। - अहम् का नाश:
जब भक्त शिवलिंग पर भस्म चढ़ाता है, तो वह अपने अहंकार, क्रोध और अज्ञानता को भी उसमें समर्पित करता है। - साधना की ऊर्जा:
भस्म को तप और योग की शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है। कई साधु-संत भस्म को शरीर पर लगाते हैं ताकि वे आध्यात्मिक ऊर्जा से जुड़े रहें।
भस्मारती: उज्जैन महाकाल मंदिर की विशेष परंपरा
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन प्रातः काल भस्म आरती होती है, जिसमें शिवलिंग को ताजे चिता भस्म से अभिषेक किया जाता है। यह परंपरा अनोखी और विश्वविख्यात है, जो शिव के तांडव स्वरूप और उनके संहारक रूप का स्मरण कराती है।
निष्कर्ष
शिवलिंग पर भस्म चढ़ाना सिर्फ एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन के गहरे सत्यों से जुड़ने का माध्यम है। यह हमें सिखाता है कि जीवन क्षणिक है, और आत्मा ही शाश्वत है। शिव को भस्म चढ़ाकर हम उन्हें अपनी नश्वरता, विनम्रता और श्रद्धा समर्पित करते हैं।
लोग अक्सर पूछते हैं:
- शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने से क्या लाभ होता है?
- क्या किसी भी भस्म का उपयोग किया जा सकता है?
- भस्म लगाने के सही नियम क्या हैं?
👉 इन सभी प्रश्नों के उत्तर हम अगले ब्लॉग में विस्तार से बताएंगे।