Recent blogs

“शिवलिंग की पूजा सही तरीके से कैसे करें? जानिए विधि, सामग्री और महत्व”

Facebook

शिवलिंग की पूजा कैसे करें? संपूर्ण विधि और सही तरीका

भगवान शिव की पूजा का सबसे प्रमुख और लोकप्रिय रूप है शिवलिंग की पूजा
यह पूजा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि ध्यान, ऊर्जा और आत्मिक शुद्धि का भी माध्यम है।
लेकिन अक्सर लोग यह सवाल करते हैं —
“शिवलिंग की पूजा सही तरीके से कैसे करें?”
क्या शिवलिंग पर हर चीज चढ़ सकती है? क्या कोई विशेष नियम हैं?

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे —

  • शिवलिंग पूजन की विधि
  • आवश्यक सामग्री
  • क्या करें और क्या न करें
  • और इसका आध्यात्मिक महत्व

🔱 शिवलिंग पूजा का महत्व

शिवलिंग निराकार शिव का प्रतीक है – जो सृष्टि, स्थिति और संहार का प्रतिनिधित्व करता है।
शिवलिंग की पूजा से—

  • मानसिक शांति प्राप्त होती है
  • ग्रह दोष शांत होते हैं
  • जीवन की बाधाएं दूर होती हैं
  • और अध्यात्म की दिशा में प्रगति होती है

🕉️ शिवलिंग की पूजा की सही विधि

🌅 1. प्रातः काल स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें

पूजा हमेशा साफ मन और शरीर से करें। पुरुष सफेद धोती या कुर्ता-पायजामा पहन सकते हैं, महिलाएं साफ साड़ी या सूट।

🧹 2. पूजन स्थल की सफाई करें

शिवलिंग की पूजा मंदिर में या घर के पवित्र कोने में करें। ध्यान रखें कि शिवलिंग को रसोई या शयनकक्ष में न रखें।

🪔 3. दीप जलाएं और ध्यान करें

शिव के समक्ष दीपक और धूप जलाएं और “ॐ नमः शिवाय” का मानसिक जाप करें।

🪣 4. अभिषेक विधि (जलाभिषेक और पंचामृत अभिषेक)

Step-by-step अभिषेक:

  1. गंगाजल / शुद्ध जल – शुद्धिकरण के लिए
  2. कच्चा दूध – श्रद्धा और ऊर्जा संतुलन के लिए
  3. दही – स्वास्थ्य और सुख-शांति के लिए
  4. घी – तेज और तेजस्विता के लिए
  5. शहद – मधुरता और प्रेम के लिए
  6. शक्कर / मिश्री – जीवन में मिठास के लिए

(इन सबको मिलाकर पंचामृत तैयार करें और शिवलिंग पर चढ़ाएं)

इसके बाद फिर से शुद्ध जल से स्नान कराएं।


🍃 5. पूजन सामग्री अर्पण करें

सामग्रीमहत्व
बिल्वपत्रशिव को अत्यंत प्रिय, त्रिनेत्र का प्रतीक
धतूरा और भांगतांडव रूप के शांतिकरण हेतु
अक्षत (चावल)पवित्रता का प्रतीक
सफेद पुष्पशांति और सात्विकता
चंदन/भस्मशिव के विरक्त स्वरूप का स्मरण
फलों का भोगसमर्पण और पूर्ति का प्रतीक

📿 6. मंत्र और आरती

मंत्र जप करें:
🔸 “ॐ नमः शिवाय” (108 बार जपना अत्यंत फलदायी है)
🔸 “महामृत्युंजय मंत्र” – संकट निवारण के लिए

आरती करें:
शिव जी की आरती (जय शिव ओंकारा…) भक्ति भाव से गाएं।


⚠️ शिवलिंग पूजन में क्या न करें?

  • तुलसी के पत्ते कभी न चढ़ाएं
  • कुमकुम या सिंदूर न चढ़ाएं
  • घंटी नहीं बजाएं – शिव शांतिदूत हैं, उन्हें घंटनाद पसंद नहीं
  • काले तिल या तेल न चढ़ाएं
  • एक ही बेलपत्र बार-बार इस्तेमाल न करें

📅 किस दिन करें शिवलिंग की पूजा?

  • सोमवार: शिव का प्रिय दिन
  • महाशिवरात्रि: शिवलिंग पूजा का विशेष पर्व
  • श्रावण मास: हर सोमवार विशेष पूजन करें
  • प्रदोष व्रत के दिन भी पूजा फलदायी होती है

🙏 निष्कर्ष

शिवलिंग की पूजा एक अत्यंत शक्तिशाली साधना है।
यह हमें न केवल बाहरी जीवन में बल और सफलता देती है, बल्कि हमारे अंदर की चेतना को भी जाग्रत करती है।
यदि सही विधि से पूजा की जाए, तो यह मन, शरीर और आत्मा – तीनों को शुद्ध कर देती है।

“ॐ नमः शिवाय” का जप करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाना,
मानो ब्रह्मांड की ऊर्जा को अपने भीतर समाहित करना है।”

You May Also Like